नमस्कार दोस्तों सावन महीने के शुक्ल पक्ष में आने वाली पंचमी को नागपंचमी कहते हैं इस साल नागपंचमी 9 अगस्त को मनाई जाएगी कहा जाता है की इस दिन नागदेवता को दूध और लावा चढ़ाकर पूजा की जाती है ओर भगवान शिव पर ज्लाभिसेक करते है हिन्दू परंपरा के अनुसार कुछ लोग इस दिन वर्त भी करते है
- नागपंचमी शुभ मुहूर्त कब से कब तक है
- नागपंचमी की पूजा कैसे की जाती है
- नागपंचमी के दिन क्या करे और क्या नहीं करे
- नागपंचमी के दिन कैसे कपड़े पहनने चाहिए
- नागपंचमी के दिन क्या नहीं करना चाहिए
नागपंचमी शुभ मुहूर्त• हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 9 अगस्त 2024 के मध्य रात्रि 12:36 पर पड़ रही है. वहीं इसका समापन 10 अगस्त को देर रात्रि 03: 14 मिनट पर होगा.
नागपंचमी की पूजा कैसे करें•अगर किसी मंदिर में पूजा की जा रही है तो चित्र की कोई आवश्यकता नहीं है. सबसे पहले सभी नागदेवता की फोटो और मूर्तियों को पवित्र दूध से स्नान कराना होता है. इसके बाद, इन सभी फोटो या मूर्तियों को हल्दी के लेप और सिंदूर से सजाया जाता है और धूपबत्ती चढ़ाई जाती है. इसके बाद भक्तों को अंकुरित अनाज, मिठाई और फल जैसी सभी विशेष चीजें चढ़ानी चाहिए.
नागपंचमी के दिन कैसे कपड़े पहने • पूजा में कपड़ों का महत्व कम होता है। हालाँकि कपड़े साफ होने चाहिए। सफ़ेद कपड़े पहनना बेहतर है।
नागपंचमी के दिन भूलकर भी ना करे ये 4 काम
1.नागपंचमी के दिन जीवित नाग को दूध नहीं पिलाना चाहिए क्योंकि नाग के लिए दूध जहर के समान होता है इसीलिए नागदेवता की मूर्ति पर ही दूध चढ़ाना चाहिए
2.नागपंचमी के दिन तवे का इस्तेमाल नही करना चाहिए क्योंकि मान्यता है कि नाग पंचमी पर रोटी बनाने के लिए जिस लोहे के तवे का इस्तेमाल किया जाता है, उसे नाग का फन माना जाता है। ऐसे में इस दिन इसका उपयोग करना अशुभ होता है।
3.नागपंचमी के दिन जमीन को खुदाई नही करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से जमीन में बने सापो के बिल टूटने का डर रहता है कहा जाता है की सापो को नुकसान पहुंचाने पर वंश का नाश होता है हिंदू धर्म में नाग को देवता के रूप में पूजा जाता हैं इसीलिए नागपंचमी के दिन सापो को नुकसान पहुंचाने पर सात पीढ़ियों को भोगना पड़ता है
4.नाग पंचमी के दिन नुकीली और धारदार वस्तुओं के इस्तेमाल से बचना चाहिए.